स्थिरसुखमासनम् ।। 46 ।। P.Y.S आसन - शरीर की स्थिर व सुखमय अवस्था आसन कहलाती है । जिस अवस्था में हमारा शरीर ज्यादा समय तक बिना हिले- डुले रहता है । वह आसन कहलाता है । फिर चाहे वह बैठने की स्थिति हो, खड़े होने की या लेटने की । महर्षि पतंजलि ने इसे अष्टांग योग के तीसरे (3) अंग के रूप में माना है । #meditative #meditation #meditationpractice #sunlight #peaceful #naturephoto #yogaforlife
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